आचार्य वसुबंधु वाक्य
उच्चारण: [ aachaarey vesubendhu ]
उदाहरण वाक्य
- सर्वास्तिवाद का मंथन कर आचार्य वसुबंधु ने अपना जगत्प्रसिद्ध “अभिधर्मकोश” रचा।
- ५८ आचार्य वसुबंधु ने आलय विज्ञान कीव़्अत्ति जल के ओधके समान बतायी है.
- इसी विहारवन के दक्षिण-पूर्व में एक भवन था जिसके एक भाग में आचार्य वसुबंधु रहते थे।
- इसी विहारवन के दक्षिण-पूर्व में एक भवन था जिसके एक भाग में आचार्य वसुबंधु रहते थे।
- आचार्य असंग के छोटे भाई आचार्य वसुबंधु ने अपने जीवन के प्रथम भाग में सर्वास्तिवाद सिद्धांत के अनुसार कारिकाबद्ध अभिधर्मकोश ग्रंथ की रचना की।
- प्रायः लोकजीवन में प्रत्यक्ष के आधार परकिसी बाह्यपदार्थ के अस्तित्व को मान लिया जाता है, प्रत्यक्ष की स्थिति मेंबाह्यपदार्थों कानिषेध नहीं किया जा सकता परंतु आचार्य वसुबंधु ने स्वप्नादि केद़्अष्टांतोंद्वारा इसका खंडन करते हुए बताया है५-`स्वप्नादि में विषयके बिना ही विषय-ज्ञानअर्थात् प्रत्यक्ष बुद्धि होती है.
- इसशंका का समाधान करते हुए आचार्य वसुबंधु का कथन है५४ कि जिसप्रकारस्वप्नमें देखे गये पदार्थों के अभाव का बिना जग हुए मनुष्य नहीं जानपाता, इसी प्रकारमिथ्या विकल्पों के अभ्यास की वासनारुपी निद्रा में सोया हुआमनुष्यस्वप्न केसमान अवास्तविक वस्तुओं को देखता हुआ, बिना तत्वज्ञानजन्यजाग़तिकोप्राप्त किये उनके अभाव को यथार्थतः नहीं जान पाता.
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